परिवहन मंत्री अनिल विज ने उल्लंघनों पर सख्त कार्रवाई की: भारी जुर्माना और जब्त वाहन
हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने अंबाला के नारायणगढ़ रोड पर वाणिज्यिक वाहनों का मौके पर निरीक्षण करके सख्त कार्रवाई की। इस आश्चर्यजनक निरीक्षण के दौरान कई ट्रक चालकों को भारी जुर्माने का सामना करना पड़ा, कुछ को जेल भेज दिया गया, और कई वाहनों को नियमों के उल्लंघन के कारण जब्त कर लिया गया।
कार्रवाई: परिवहन मंत्री अनिल विज ने खुद संभाली कमान
महीनों से मंत्री को अवैध खनन ट्रकों, ओवरलोडेड वाहनों और बिना वैध दस्तावेजों के चल रहे ट्रांसपोर्टरों की शिकायतें मिल रही थीं। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) को बार-बार चेकपोस्ट लगाने और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश देने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस निष्क्रियता से नाराज होकर, अनिल विज ने खुद सड़कों पर उतरकर नियमों का पालन सुनिश्चित किया।
आरटीओ अधिकारियों, डीएसपी और एसएचओ की टीम के साथ मंत्री बिना किसी पूर्व सूचना के पहुंचे और बड़े पैमाने पर चेकिंग अभियान शुरू किया। इस दौरान परिवहन अधिकारी चालान बुक लिए खड़े थे, जबकि मंत्री खुद नाप-तौल के उपकरण लेकर गाड़ियों की लंबाई और ऊंचाई की जांच कर रहे थे।
मुख्य उल्लंघन जो सामने आए
परिवहन मंत्री अनिल विज निरीक्षण के दौरान निम्नलिखित उल्लंघन देखे गए:
कई ट्रक चालकों के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था। | कई वाहन बिना वैध पंजीकरण दस्तावेजों के चल रहे थे। |
ओवरलोड और ओवरसाइज़ गाड़ियां निर्धारित वजन और ऊंचाई सीमा से अधिक थीं। | कई ट्रकों का बीमा समाप्त हो चुका था। |
बिना आवश्यक परमिट के माल परिवहन किया जा रहा था। | कुछ चालकों पर नशे की हालत में गाड़ी चलाने का संदेह हुआ, जिसके कारण मौके पर ही उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया। |
इस आकस्मिक निरीक्षण में यह स्पष्ट हुआ कि कई वाहन कानूनी आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर रहे थे, जिससे मंत्री को तत्काल कार्रवाई करनी पड़ी।
परिणाम: परिवहन मंत्री अनिल विज भारी जुर्माने और गाड़ियों की जब्ती
परिवहन मंत्री अनिल विज की सख्त कार्रवाई के चलते 12 ट्रकों के दस्तावेज अधूरे पाए गए और उन्हें तुरंत जब्त कर लिया गया। इसके अतिरिक्त:
- कई चालकों पर ₹24,000 तक का जुर्माना लगाया गया।
- गंभीर उल्लंघनों के लिए कई व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
- निर्धारित मानकों से अधिक ऊंचाई वाली गाड़ियों को संशोधन के लिए भेजा गया।
परिवहन मंत्री अनिल विज के इस कड़े रुख ने स्पष्ट संदेश दिया कि हरियाणा में अब अनियमित परिवहन संचालन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने घोषणा की कि बिना पूरे दस्तावेजों, बीमा और सुरक्षा नियमों के अनुपालन के कोई भी वाहन सड़कों पर नहीं चलने दिया जाएगा।
परिवहन मंत्री अनिल विज का बयान: सख्त नियम जारी रहेंगे

मीडिया को संबोधित करते हुए परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा:
“मैंने बार-बार आरटीओ अधिकारियों को सख्त निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं, फिर भी उल्लंघन जारी हैं। यदि अधिकारी अपना कर्तव्य निभाने में असफल होते हैं, तो मैं स्वयं परिवहन कानूनों को लागू करवाऊंगा। अब से, लगातार औचक निरीक्षण किए जाएंगे, और किसी भी अवैध या असुरक्षित वाहन संचालन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि ट्रक चालकों को अपने दस्तावेज़, जैसे बीमा, पंजीकरण और प्रदूषण प्रमाणपत्र अपडेट रखने चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में उल्लंघन होने पर और भी कठोर दंड, जिसमें स्थायी लाइसेंस रद्द करना भी शामिल हो सकता है, लगाया जाएगा।
ड्राइवरों की प्रतिक्रिया: सख्त कार्रवाई पर चिंता
जहां कुछ लोगों ने मंत्री की कार्रवाई का समर्थन किया, वहीं कई ट्रक चालकों ने इस सख्ती पर अपनी चिंता व्यक्त की। चालकों का कहना था कि चेकपॉइंट्स पर अक्सर उन्हें परेशान किया जाता है और भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा रिश्वत मांगी जाती है।
एक ट्रक चालक ने कहा:
“हम नियमों का पालन करने को तैयार हैं, लेकिन चेकपॉइंट्स भ्रष्टाचार का अड्डा नहीं बनने चाहिए। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आरटीओ अधिकारी निष्पक्षता से काम करें।”
चेकपॉइंट्स पर ट्रक चालकों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायतें लंबे समय से की जा रही हैं, और परिवहन संगठनों ने निष्पक्ष और पारदर्शी निरीक्षण की मांग की है।
हरियाणा में परिवहन नियमों का भविष्य
परिवहन मंत्री अनिल विज के सीधे हस्तक्षेप के बाद, हरियाणा में परिवहन नियमों को और सख्त किया जाने वाला है। राज्य सरकार ने निम्नलिखित बिंदुओं पर जोर दिया है:
- नियमित औचक निरीक्षण।
- आरटीओ अधिकारियों की कड़ी निगरानी।
- परिवहन रिकॉर्ड के डिजिटलाइजेशन से बेहतर ट्रैकिंग।
- चालकों को नियमों के अनुपालन के बारे में जागरूक करना।
- भ्रष्टाचार को रोकने के लिए निष्पक्ष जांच प्रक्रिया लागू करना।
निष्कर्ष: सड़क सुरक्षा के लिए साहसिक कदम
परिवहन मंत्री अनिल विज की सख्त कार्रवाई ने सरकार की सड़क सुरक्षा और नियमों के कड़ाई से पालन के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत किया है। हालांकि यह कार्रवाई कठोर थी, लेकिन हरियाणा में अवैध परिवहन संचालन की बढ़ती चिंताओं को देखते हुए इसे आवश्यक माना गया। आगे बढ़ते हुए, ट्रांसपोर्टर्स और चालकों को नियमों का पालन करना होगा ताकि दंड से बचा जा सके और व्यापार को सुचारू रूप से चलाया जा सके।
यह साहसिक पहल परिवहन नियमों के एक नए युग की शुरुआत को दर्शाती है, जिससे हरियाणा की सड़कें अधिक सुरक्षित और अनियमित व खतरनाक वाहनों से मुक्त होंगी।